आज हम लाए हैं dard bhari bewafa shayari का ऐसा खज़ाना जो सीधा दिल को छू जाए। हर शेर, हर पंक्ति तुम्हारे जज़्बातों की आवाज़ बनेगी — और यकीन मानो, पढ़ते‑पढ़ते तुम्हें लगेगा कि ये तुम्हारी ही कहानी है…
Dard Bhari Bewafa Shayari | दर्द भरी बेवफा शायरी

वो कह गए मुस्कुरा कर कि भूल जाओ हमें,
अब कैसे कह दूँ कि दिल को सुकून आ गया।
तेरी यादों ने बसाया है दिल में आशियाँ,
अब किसी और के लिए जगह नहीं बची वहाँ।
वो नज़रें जो कभी मुझे तलाशती थीं,
अब किसी और की राह सजाती हैं।

ख़ुद से नाराज़ हूँ तेरी चाहत के लिए,
जो दर्द मिला, वो सुकून बन गया दिल के लिए।
वो पलट कर भी देखे तो क्या फायदा,
जब दिल ही किसी और को दे बैठा हो।
वो वादे जो रातों में किए थे सच्चे लगते थे,
अब उन्हीं बातों में झूठ के साये दिखते हैं।

तेरे बाद कोई चाँद भी अच्छा न लगा,
हर रोशनी में तेरी कमी सा लगा।
वो हँसी अब किसी और को भा जाती होगी,
जो कभी मेरे दिल की राहत थी वही चोट देती होगी।
दिल की दुनिया को वीरान कर गया कोई,
वादा निभाने का नाम तक भूल गया कोई।

तेरे जाने के बाद कुछ खोया नहीं मैंने,
बस जीने का हौसला कहीं खो गया मैंने।
हमने समझा था इश्क़ को इबादत की तरह,
वो खेल खेल गया मोहब्बत की तरह।
तेरे बाद हर मौसम बेरंग सा लगता है,
दिल अब भी तेरे लौट आने का सपना रखता है।

तू बेवफ़ा भी इतनी ख़ूबसूरती से निकली,
कि दर्द भी मोहब्बत जैसा लगने लगा।
जिसे चाहा उसी ने दूरियाँ बढ़ा दीं,
जिसे भूला, उसी ने यादों में जगह बना लीं।
तेरे वादों का सच अब समझ आया है,
मोहब्बत बस एक धोखा कहलाया है।

दिल टूटा तो आवाज़ तक न निकली,
वो बेवफ़ा थी, पर हम ही रोए सच्चे निकले।
जिसे खुदा समझा, वही खुदा बन बैठा,
और मुझे तन्हाई का इनाम दे गया।
कभी तेरे साथ का सुकून था ज़िंदगी,
अब तेरी याद ही सज़ा बन गई ज़िंदगी।

वो मुस्कान अब भी आँखों में तैरती है,
पर अब उसकी गर्मी में ठंडक सी रहती है।
तेरे जाने के बाद हर गीत अधूरा लगा,
हर शब्द में तेरा नाम मजबूरा लगा।
जिसे चाहा दिल की धड़कन बना कर,
वो चला गया हमें दर्द बना कर।

कभी तेरा नाम ख़ुशी से लिया करते थे,
अब वही नाम आँखों में नमी भर देता है।
तेरी यादों का बोझ दिल सह नहीं पाता,
हर रात तेरा ख्याल नींद चुरा ले जाता।
हमने सोचा तू हमारा मुकद्दर होगी,
पर तू तो किसी और की तसल्ली बन गई।

तेरी बातें अब भी ज़ेहन में गूंजती हैं,
पर अब वो मीठी नहीं, चुभती सी लगती हैं।
जिसे अपना समझा, वो पराया निकल आया,
हर ख़्वाब मेरा अधूरा रह गया साया।
तेरे दिए जख्म अब आदत बन गए,
हम रोते नहीं, बस खामोश रह गए।

तू मिली तो लगा खुदा मिल गया,
छोड़ा तो खुद पर ग़ुस्सा आ गया।
तेरे बिना अब हर बात अधूरी सी लगती है,
जैसे धूप में कोई छाया टूटती है।
वो जो कभी मेरी जान कहा करती थी,
आज किसी और की पहचान कहा करती है।
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तो बस दोस्तों! उम्मीद है कि Love Shayari Path पर दी गई ये dard bhari bewafa shayari तुम्हें पसंद आई होगी और तुम्हारे मन के किसी कोने को छू गई होगी।
टूटी मोहब्बत का दर्द जब शब्दों में ढलता है, तो वही शायरी बन जाती है जो दिल से निकलकर सीधे दिल तक जाती है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. dard bhari bewafa shayari क्या होती है?
dard bhari bewafa shayari वो शायरी होती है जो टूटे दिल, अधूरी मोहब्बत और बेवफाई के एहसास को बयां करती है। इसमें भावनात्मक और सच्चे जज़्बातों का मेल होता है।
2. ये शायरियाँ किन मौकों पर पढ़ी या शेयर की जा सकती हैं?
आप इन्हें तब पढ़ सकते हैं जब आप किसी रिलेशनशिप से गुज़रे हों, या किसी ख़ास के लिए अपने दिल का दर्द शब्दों में बयां करना चाहते हों। सोशल मीडिया पर शेयर करने के लिए भी ये बहुत लोकप्रिय हैं।
3. क्या ये शायरियाँ खुद लिखी हुई होती हैं या दूसरों की?
हमारे ब्लॉग Love Shayari Path पर प्रकाशित सभी शायरियाँ original होती हैं और expert writers द्वारा लिखी गई हैं ताकि हर लाइन में सच्ची भावना झलके।
4. क्या मैं अपनी खुद की शायरी यहाँ भेज सकता हूँ?
बिलकुल! अगर तुम्हारे दिल से निकली कोई अनोखी bewafa shayari है, तो तुम हमें भेज सकते हो। अगर वह यूनिक और भावनात्मक है, तो हम उसे वेबसाइट पर प्रकाशित कर सकते हैं।
5. क्या वेबसाइट पर रोज नई शायरियाँ अपलोड होती हैं?
हाँ, Love Shayari Path पर हर दिन नई और दिल छू जाने वाली dard bhari shayari अपडेट की जाती है ताकि हर reader को fresh content मिल सके।
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