“कभी कभी शब्द नहीं, खामोशी बोलती है…”
कुछ अहसास ऐसे होते हैं जिन्हें लफ़्ज़ों में बयान करना मुमकिन नहीं होता — वहीं से शुरू होती है खामोशी शायरी 2 लाइन की दुनिया ❤️
यह वो पल हैं जब दिल बहुत कुछ कहना चाहता है, पर जुबां ठहर जाती है। Love Shayari Path पर हम लेकर आए हैं दिल को छू लेने वाली खामोशी शायरी 2 लाइन, जो आपके एहसासों को बेहद खूबसूरती से बयां करती हैं।
खामोशी शायरी 2 लाइन | Waqt Khamoshi Shayari

खामोशी भी एक साज़ है, जो दिल की गहराइयों से बजती है।
जब लफ़्ज़ थक जाते हैं, तो ये चुप्पी ही सब कुछ कहती है।
कुछ कहने की ज़रूरत नहीं, निगाहें ही बयान कर जाती हैं।
खामोशी भी कभी-कभी, इज़हार बन जाती है।
जो खामोश हैं, वो अक्सर सबसे ज़्यादा टूटा करते हैं।
जो मुस्कुराते हैं, वही दर्द छिपाया करते हैं।

खामोशी का मतलब डर नहीं होता।
ये तो अक्सर सब्र का असर होता।
लफ़्ज़ों से बेहतर है खामोशी की बात।
इसमें दर्द भी है और सुकून की सौगात।
खामोशी भी एक जवाब है, समझने वालों के लिए।
जो सुनना जानते हैं, वही महसूस करते हैं इसे दिल से।

जब दिल टूटता है, तो आवाज़ नहीं आती।
बस खामोशी हर ओर छा जाती।
कुछ बातें कहने से नहीं, सुनने से समझ आती हैं।
और कुछ दर्द खामोशी में ही समा जाती हैं।
खामोश चेहरों में अक्सर, हजारों कहानियाँ होती हैं।
बस समझने वाला चाहिए, जो वो कहानी पढ़ सके।

खामोशी का आलम कुछ यूँ होता है।
सवाल भी होते हैं, जवाब भी खोता है।
जो बोले वो अक्सर भूल जाते हैं।
पर जो खामोश रहते हैं, वो दिल में उतर जाते हैं।
कभी-कभी खामोशी ही सबसे बड़ा इल्ज़ाम होती है।
और यही इल्ज़ाम इंसान को बदनाम करती है।

खामोश रहकर भी सब कुछ कह दिया।
हमने बिना बोले ही दिल रख दिया।
खामोशी में भी दर्द की एक धुन है।
जो सिर्फ़ महसूस करने वालों के संग है।
जब लफ़्ज़ साथ छोड़ दें, तो खामोशी बोलती है।
ये वो ज़ुबान है, जो सिर्फ़ दिल समझता है।

खामोशी की आदत जब दिल को लग जाती है।
तो हर शोर भी बेअसर हो जाती है।
खामोशी वो आईना है, जिसमें सच्चाई दिखती है।
और झूठ की परतें धीरे-धीरे पिघलती हैं।
कुछ रिश्ते खामोशी में ही खूबसूरत लगते हैं।
क्योंकि लफ़्ज़ों में वो एहसास नहीं रहते हैं।

खामोशी में भी वो बात है, जो शोर में नहीं।
दर्द तो सबका है, मगर एहसास सबके पास नहीं।
जब किसी की याद सताती है, तो खामोशी बोलती है।
और दिल की धड़कनें इज़हार करती हैं।
खामोशी का जवाब अगर मुस्कान से दो।
तो ज़िंदगी भी आसान सी लगने लगती है।

हम खामोश रहे, तो लोगों ने बेवफ़ा कहा।
बोलते तो शायद, कोई और इल्ज़ाम मिलता।
खामोशी भी एक अदा है मोहब्बत की।
जो समझ ले वही सच्चा आशिक़ है।
जब खामोशी हावी हो जाए एहसास पर।
तो समझो दिल रो रहा है बिना आवाज़ के।

खामोशी में भी एक किस्सा छिपा होता है।
जो बस दिल से दिल तक पहुँचा होता है।
कुछ तो बात है इस खामोशी में भी।
जो लफ़्ज़ कह ना सके, वो कह जाती है कभी।
खामोश रहकर भी, जो सब कुछ कह दे।
वही मोहब्बत सच्ची और दिल से बह दे।

खामोशी से जो डर जाए, वो शोर में खो जाता है।
और जो इसे समझ ले, वो खुद को पा जाता है।
खामोशी का मतलब ये नहीं कि बात नहीं।
ये तो वो एहसास है, जो ज़ुबान में नहीं।
जब खामोशी दिल की जुबान बन जाती है।
तो मोहब्बत अपनी पहचान दिखाती है।
दोस्तों! उम्मीद है कि हमारी खामोशी शायरी 2 लाइन ने आपके दिल के उन अनकहे जज़्बातों को छू लिया होगा।
शायरी सिर्फ शब्दों का खेल नहीं, बल्कि हमारे अंदर की गहराईयों की कहानी है।
आपकी बात हमारे लिए महत्वपूर्ण है, और हम आपके साथ इस खूबसूरत सफर में हमेशा खड़े रहेंगे। खामोशी को शब्द देने के लिए Love Shayari Path आपका साथी है!
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